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PUNISHED BY WIFE AND HER SISTERS..... Part 3
The Marriage Ceremony... After that Vishakha and Kiran told Vishal that he would wait in the room and admired his beauty and they would go for other arrangements and help his husband to get ready and...
View ArticlePUNISHED BY WIFE AND HER SISTERS..... Part 4
(This part of the story have some eriotic things but in small quantities) THE FIRST NIGHT.... Then girls said that now Vaishali was going to the room where her first night would be happened but before...
View ArticlePUNISHED BY WIFE AND HER SISTERS..... Part 5
Vishal was exhausted in the night specifically the mouth treatment of Radha so the next day Vishakha wake him up at 8 Am. Then she said that today her Vaishali bhabhi did the work that a bride had to...
View ArticleHi
Hi friends new story is coming soon in hindi. It is under processing so after three or four days it will be published
View Articleलहंगे में लिपटी शरारत... एक बहन का बेहतरीन प्लान
ये कहानी निशा और विजय की है, जहाँ निशा अठारह बरस की नटखट और चुलबुली लड़की थी और विजय उससे दो साल बड़ा, उसका शरारती भाई। विजय को निशा को चिढ़ाने और परेशान करने में बड़ा मज़ा आता था। कभी उसके बाल खींचकर, कभी...
View Articleडांस और लहँगे में उलझी कश्मकश - निशा का अगला प्लान
"निशा, बस बहुत हुआ। अब इसे उतारने दो।"भाई विजय ने मिन्नत की, उसका चेहरा परेशानी और झुंझलाहट से भरा हुआ था। "कितनी देर से ये सब ड्रामा हो रहा है। मुझे समझ नहीं आ रहा तुम क्या करने की कोशिश कर रही...
View Articleनए रूप में नया सफर - निशा के हाथों का जादू
अगली सुबह निशा ने विजय को जल्दी उठा दिया। "भैया उठो, उठो, कितना सोते हो! देखो दस बज गए हैं।"विजय आँखें मलते हुए बोला, "क्या हुआ निशा? इतनी सुबह-सुबह क्या शोर मचा रखा है? मुझे तो अभी भी नींद आ रही...
View Articleविजय का नयी बहू का अवतार - निशा की स्पेशल ट्रैनिंग..
निशा ने विजय को एक चमकदार लाल रंग की ब्रा और पैन्टी थमाते हुए कहा, "ये लो, जाकर नहा लो और इन्हें पहन लो।"उसकी आवाज़ में एक शरारती सी शक्ति थी, "जब तक तुम नहा कर आते हो, मैं बाकी चीजें तैयार कर देती...
View Articleएक दिन की आदर्श पत्नी - निशा के नए खेल..
सुबह अलार्म की आवाज़ से विजय की आँख खुली। उसने झट से उठकर अलार्म बंद किया और जब उसने अपने आप को साड़ी मे देखा तो फिर से एक बार खुद को याद दिलाया कि आज उसे एक आदर्श पत्नी बनना है, वो भी निशा के लिए!उसे...
View Articleरस्सियों का बंधन और नाचने की सजा - निशा का शातिर दिमाग...
विजय मन ही मन बहुत पछता रहा था। उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर उसने ऐसा क्या कर दिया जो निशा उसे इतना परेशान कर रही है।निशा, एक शरारती मुस्कान लिए, विजय के पास पहुँची। उसके हाथों में एक मोटी रस्सी थी,...
View Articleमिनी स्कर्ट से जद्दोजहद - विजय की नयी उलझनें..
निशा मन में विजय को और तंग करने के नये-नये तरीके सोच रही थी। सुबह हुई तो निशा ने विजय को जगाया और कहा, "उठो मेरी रानी साहिबा, देर हो गयी है।"विजय की आँखें खुलते ही उसे रात वाली बात याद आ गयी। उसे...
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